सहजन, एक सुपरफूड है जो भारत में सदियों से इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसकी पत्तियों, फली और बीज, सभी खाने योग्य हैं और पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
सहजन की सब्जी एक स्वादिष्ट और पौष्टिक व्यंजन है जो पूरे भारत में लोकप्रिय है। यह बनाने में आसान है और किसी भी मौसम में इसका आनंद लिया जा सकता है।
“सहजन की सब्जी कैसे बनती है” यह एक बहुत ही आम सवाल है। सहजन की सब्जी बनाना बहुत आसान है और इसे विभिन्न तरीकों से तैयार किया जा सकता है। आप इसे दही, दाल या सूखे मसालों के साथ बना सकते हैं। स्वादिष्ट और पौष्टिक सहजन की सब्जी बनाने के लिए आप कई तरह की रेसिपीज़ ऑनलाइन या कुकबुक में पा सकते हैं।

सहजन की सब्जी खाने के फायदे
सहजन की सब्जी एक स्वादिष्ट और पौष्टिक व्यंजन है जो आपके दैनिक आहार में शामिल किया जा सकता है। यह आपके स्वास्थ्य को कई तरह से लाभ पहुंचा सकता है।
- पोषक तत्वों का खजाना: सहजन में कैल्शियम, आयरन, विटामिन सी, और कई अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
- इम्यूनिटी बूस्टर: सहजन की पत्तियां एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती हैं जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाती हैं और कई बीमारियों से बचाती हैं।
- पाचन में सुधार: सहजन के फाइबर पाचन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं और कब्ज की समस्या को दूर करते हैं।
- वजन घटाने में सहायक: सहजन कम कैलोरी वाला होता है और इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो वजन घटाने में मदद कर सकता है।
- हड्डियों को मजबूत बनाता है: सहजन में कैल्शियम की उच्च मात्रा होती है जो हड्डियों को मजबूत बनाती है और ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम करती है।
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अगले भाग में हम सहजन की सब्जी बनाने की एक आसान रेसिपी के बारे में विस्तार से जानेंगे।
सहजन की सब्जी बनाने की विधि

- सहजन की फली तैयार करें: सहजन की फली को अच्छी तरह धोकर, छीलकर और छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।

- मसाला तड़का लगाएँ: एक कड़ाही में तेल गरम करें। जीरा, सरसों के दाने और हींग डालें। जब ये चटकने लगे, तो कटा हुआ प्याज़ डालें और सुनहरा होने तक भूनें।
- मसाले भूनें: प्याज़ के सुनहरा होने पर अदरक-लहसुन का पेस्ट डालें और हल्का भूनें। फिर हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर और धनिया पाउडर डालकर मसालों को भूनें, ताकि कच्ची महक निकल जाए।
- टमाटर पकाएँ: कटे हुए टमाटर डालें और नरम होने तक पकाएँ। बीच-बीच में चलाते रहें।
- सहजन की फली डालें: टमाटर के नरम होने पर कटी हुई सहजन की फली डालें और मसालों के साथ अच्छी तरह मिलाएँ। ढककर मध्यम आँच पर पकाएँ, जब तक फली मुलायम न हो जाएँ।
- स्वाद समायोजित करें: स्वादानुसार नमक डालें और अच्छी तरह मिलाएँ।
- गार्निश करें: गैस बंद कर दें और बारीक कटी हुई हरी धनिया से गार्निश करें।

Sahjan ki sabji kaise banti hai – सुझाव:
- आप चाहें तो इस सब्जी में आलू, मटर या अन्य सब्जियाँ भी मिला सकते हैं।
- यदि आप तीखा पसंद करते हैं, तो आप लाल मिर्च पाउडर की मात्रा बढ़ा सकते हैं।
- सर्व करने से पहले, आप इसमें थोड़ा सा नींबू का रस भी निचोड़ सकते हैं।
- इस स्वादिष्ट और पौष्टिक व्यंजन का आनंद लें!
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सहजन की सब्जी के कुछ मज़ेदार तथ्य
सहजन की सब्जी सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं है, बल्कि इसमें कई दिलचस्प तथ्य भी छिपे हुए हैं:
सहजन, एक ऐसा पेड़ है जो भारत में बहुतायत से पाया जाता है। इसकी पत्तियों, फली और बीज खाने योग्य होते हैं और इनमें प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। सहजन की सब्जी एक लोकप्रिय भारतीय व्यंजन है जो न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।
सहजन को सुपरफूड कहा जाता है क्योंकि इसमें प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं। यह प्राचीन काल से आयुर्वेद में इस्तेमाल किया जाता रहा है। सहजन की पत्तियों में विटामिन सी की मात्रा संतरे से भी अधिक होती है। इसके अलावा, इसमें कैल्शियम की उच्च मात्रा होती है जो हड्डियों को मजबूत बनाती है।
सहजन का रस ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में भी मदद कर सकता है। तो अगली बार जब आप सहजन की सब्जी खाएं, तो याद रखें कि आप सिर्फ एक स्वादिष्ट व्यंजन ही नहीं, बल्कि एक पौष्टिक भोजन का भी आनंद ले रहे हैं।
सहजन के फूल की सब्जी कहां खाई जाती है
सहजन के फूल की सब्जी मुख्य रूप से भारत के ग्रामीण क्षेत्रों और कुछ दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में खाई जाती है।
सहजन के फूल खाने के क्या फायदे हैं?
सहजन के फूलों में विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं। ये हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं और हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
सहजन किस बीमारी में काम आता है?
सहजन में कई औषधीय गुण होते हैं। यह डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, और हृदय रोग जैसी बीमारियों में फायदेमंद होता है। इसके अलावा, यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और हड्डियों को मजबूत बनाता है।
क्या सहजन फैटी लिवर के लिए अच्छा है?
हाँ, सहजन फैटी लिवर के लिए अच्छा माना जाता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और अन्य पोषक तत्व लिवर को डिटॉक्स करने और फैट जमा होने से रोकने में मदद करते हैं।
सहजन का दूसरा नाम क्या है?
सहजन को अंग्रेजी में ड्रमस्टिक के नाम से जाना जाता है। इसे मोरिंगा के नाम से भी पुकारा जाता है।
मैं एक दिन में कितने मोरिंगा के पत्ते खा सकता हूँ?
आप एक दिन में 10-15 मोरिंगा के पत्ते खा सकते हैं। हालांकि, व्यक्तिगत स्वास्थ्य और अन्य दवाओं के सेवन के आधार पर यह मात्रा बदल सकती है।
सहजन की पत्ती उबालकर पीने से क्या फायदा होता है?
सहजन की पत्ती उबालकर पीने से शरीर को कई लाभ मिलते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन इम्यूनिटी बढ़ाते हैं, पाचन में सुधार करते हैं, और हृदय स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं।
सहजन में कौन सा विटामिन पाया जाता है?
सहजन विटामिनों का खजाना है। इसमें विटामिन ए, सी, ई और के भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा, इसमें बी कॉम्प्लेक्स विटामिन भी पाए जाते हैं।
क्या हम रोज सहजन खा सकते हैं?
हां, आप रोजाना सहजन खा सकते हैं। लेकिन किसी भी चीज की अधिकता नुकसानदायक होती है, इसलिए संतुलित आहार लेना महत्वपूर्ण है।
सहजन के पत्ते कब नहीं खाने चाहिए?
यदि आपको कोई एलर्जी है या कोई विशेष स्वास्थ्य समस्या है, तो सहजन का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।